“Everything we have done has been destroyed by us.” Khori Gaon MOJO On Ground

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Mojo Story’s Hrishikesh reports from Khori Gaon in Haryana which is a part of Aravalli range. The residents of this village are …

What is the in this Video

को subscribe To My YouTube Channel and जोंस गेट फैला अकाउंट गेट ऑल थे लेटेस्ट अपडेट्स पात्रा रात कैसे कटेगी नींद आएगी ऐसे में हम सब कुछ उजड़ गया हमारे तो दुनिया की खत्म कर दी उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद की आखिरी गांव यानि अरावली वन क्षेत्र के फॉरेस्ट लैंड

को अवैध कब्जों से मुक्त कराया जाए हरियाणा पुलिस और फरीदाबाद नगर निगम ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है यहां बीते चार दिनों में जेसीबी की मदद से अब तक लगभग पंद्रह सौ से भी ज्यादा घरों को तोड़ा जा चुका है सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में

प्रशासन और नगर निगम को छह हफ्तों का समय दिया था जिसका अब आखिरी सप्ताह चल रहा है जैसे जैसे यहां घरों को तोड़ा जा रहा है वैसे-वैसे लोग बेघर होते जा रहे हैं क्योंकि सैमसन ने बिना पुनर्वास के ही यहां घरों को तोड़ना शुरू कर दिया है घरों को तोड़ने

के बाद शाम को जब प्रशासन और नगर निगम के लोग चले गए तो सुनीता और नूतन मलबों के बीच दबी सामानों को निकालने की कोशिश कर रही थी यह दोनों उत्तर प्रदेश और बिहार से आकर यहां मजदूरी करती थी मीणा मजदूरी करके जो कुछ भी उन्होंने कमाया उस जमीन खरीद कर

अपने घर में लगा दिया मगर आज एक झटके में ही उनके जीवन की सारी जमा-पूंजी मिट्टी में मिल गई तब कमाने में प्रज्ञा को है जो कपड़े पहने हुए कपड़े पहन कर आ गए हम लोग कहां जाएंगे क्या करेंगे जहर खा ले लास्ट ऑप्शन तो यही है

यह बच्चे हमारे जवान होने को है कल को यह हमसे जवा पूछेंगे कि हमारे मां-बाप ने मारली क्या किया था यही किया था तब तोड़ना ही था इसमें बताया कि था क्या करूं अब मान लो तोड़ तो गए हैं अभी इनमें कुछ लोगों का सामान भी दब गया है अब जो भी थोड़ा-बहुत

है करो ना में तो कमाई तो किसी की थी नहीं 2 साल से तो लोग ऐसे ही एक-दो मैंने काम किया फिर मोड ऑन हो गया अब मान लो यह सामान है थोड़ा सा बीच लेंगे तो थोड़ा सा खा पी लेंगे कुछ इस वजह से अपना जो कवाड़ी

है उसको निकाल के बेचे हैं लेकिन यह है कि यह अपने यहां से ऐसे नहीं चली जाएगी यह पनडुब्बी डाल कर रहे या जैसे भी रहो रहेगा यह सोच रही है ना प्रशासन के यहां से चली जाएगी तो वह नहीं जाएगी वर्षीय लड़का बच्चे तिरुच्य फैमिली अर्थ बताइए आप ही

बताइए आप लोग कैसे क्या करेगा ब्लॉक डालेंगे और हेलो फ्रेंड्स अब बोलो कहां कैसे क्या करेंगे हम लोग रिक्शा चलाने वाले वाला बजूरी बंधा-बंधा कैसे-कैसे कर्जा लेकर ब्याज पर पैसा सदा सदा का पूजा करके खत्म ब्लुटूथ हुए उत्तर 67 लाख या लगा दिए थे में लेट गया हम तो कुत्तों से भी बदतर

जिंदगी में धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का अब तक यहां पर दो हजार से ज्यादा घरों को तोड़ा जा चुका है और लोग बिना बिजली पानी इतनी गर्मी और बरसात के बीच में जीने को मजबूर हैं घृत बिहार उत्तर प्रदेश और बंगाल के मजदूरों की मजदूरी करके जो कुछ

भी उससे यह जमीन खरीदकर अपना मकान बना लिया कभी प्रशासन और वन विभाग की संलिप्तता से बस यह पूरी आधी अवैध घोषित की जा चुकी है और एक झटके में यहां रह रहे लोगों की सारी जमा-पूंजी मिटटी में मिल गयी गांव घृत और यह तो अब हम क्या करेंगे इसमें क्या करेंगे कैसे

जाऊंगी करूं तो कैसे करेंगे अभी मैं बंद मेरा बेटा छोटा है तुम्हें बंद कर दी थी तो मैं सोच रही थी तब तक मेरा घर तोड़ दिया है हां मेरा तो कोई ठिकाना नहीं रहा कहीं कहां जाऊं मैं यहां नेटवर्क का कोई मतलब नहीं है कि लोग लगाते हैं लोग प्यार लगाते

हैं कि रोड पर आ गिरी भी पानी होने तक हमारा पानी बंद कर दिया भैया शिकारपुर में है बाराखंबा ठीक है उसको बना दिया था तो हमने बना दिया ना बनने में टाइम तो लगता होगा घर से 210 हुआ ना यह उन्हीं के नीचे

मैं तो कहती हूं यह नीचे ऊपर हर जगह गया उनको मोटी रकम मिल गया भर के आने वाले इलेक्शन में लगाने के लिए निगम पार्षद का चुनाव चाहिए क्योंकि नोट इसीलिए हमारे मूलाधार कि यहां पर मुझे डिजिटल इंडिया मोदी साहब कहते ना डिजिटल इंडिया बनाएंगे तो डिजिटल इंडिया ऐसे बनेगा गरीब को कीड़े-मकौड़े

तरह मसल देंगे और उसके बाद जो यहां पर बड़े-बड़े फॉर्म हाउस बाबा रामदेव ताजा रिसर्च सेंटर बन जाएगा उनको जमीन बेच दी गई है क्यों यहां पर बाबा रामदेव का द्वार की उन्नति का नाम क्यों रखा गया क्यों लगा मुगल है वह हिंदू मुसलमानों में भेदभाव

किए थे एक खतरा धर्म का अब तो पूरा मानवता खतरे में है हिंदू मुसलमान सिख इसाई सभी खतरे में हुए किसी का भी तो घर नहीं छोड़ा मोदी क्या मोदी जी यह चीज रुमानियत कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी बदल सकता था यह इतना पब्लिक देखकर डिमोलिशन से ठीक पहले

हरियाणा सरकार की तरफ से पुनर्वास की भी बात की गई है जिसके लिए बकायदा कुछ मानदंड निर्धारित किए गए हैं मगर इस प्रक्रिया को पूरा होने में कितना समय लगेगा और क्या यहां बसे सभी लोगों को यह मिल पाएगा यह एक बड़ा सवाल है शुक्र ने पुनर्वास के तहत दो जगहों पर

फ्लैट देने की बात की है हालांकि यह फ्लैट इन्हें मुफ्त में नहीं दिए जाएंगे बल्कि सरकार 15 सालों तक आसान किस्तों में उनसे इसके पैसे वसूल लेगी मगर सरकार जिन फ्लैट्स की बात कर रही है वह काफी जर्जर हालत में है और इसलिए लोग भी 3 लाख 70

हजार से भी ज्यादा रकम देकर उसे खरीदने को इच्छुक बिल्कुल भी नहीं दिख रहे हैं हालांकि पुनर्वास की बात सिर्फ हरियाणा सरकार की तरफ से ही की गई है जबकि खोरी गांव का एक बड़ा हिस्सा दिल्ली में भी बढ़ता है ऐसे में दिल्ली के लोगों के लिए

दिल्ली सरकार ने अब तक पुनर्वास का कोई भी इंतजाम नहीं किया है प्रशासन ने इसको लेकर सर्वे और डिमार्केशन की भी बात कही थी लेकिन उसे भी बिना पूरा किए घरों को तोड़ना शुरू कर दिया है हमारे पास आमदनी नहीं अगर उतनी आमदनी होती है तो यहां मैं

क्यों हट यह जंगल में खाने के लिए लाले पड़ रहे हैं क्वांटिटी में काम कर लेती हूं चार बर्तन धो लेती हूं सच 800 रुपए कमाकर महीना मिल जाती हूं चार घर काम करती तो साफ मिलते हैं पुजारा को दम फ्लैट कहां से खरीदा पैसे यह लोग फंस गए यहां पैसे कमा खून

पसीना लगा दिया गया यह है कि अगर आप यह कह रहे हो तो पहले पब्लिक वहां बचाओ लेकिन यहां जिसके पास जो हमारे पहले तो यह बयान आया हम उसको देंगे उसके बाद आया जिसके पास हरियाणा का वोटर आईडी होगा हम उसको देंगे अ 125 महीने के कृष्ण पर 249 परफेक्ट पर

सारे बार अगस्त का फ्लैट जिसमें सुअरलोट सा है और जो कांग्रेस के टाइम का 20 साल यह 50 साल पुराना बना हुआ है ठीक है क्या आप बता सकते हो सारे बार अगस्त के फ्लैट में कोई इंसान गुजारा कर सकता है जिसके घर में अब यहां रह रहे तो हमारे कितने किसी

के पास बच्चे किसी गरीब छह बच्चे हैं और परिवार 10 परिवार है वह अत्याचार भाई 4K कैमरा में रह लेगा एक दूसरे को पर सोएंगे क्या अ ही नहीं दे रहा है सरकार घर मुझे वह फ्लैट नहीं चाहिए जो कि हमारा यह चाहिए इसी धरती पर हम लोग रहेंगे आगे नहीं

जाएंगे सरकार जब बबी तोहार सरकार कपिल मकान हेना उसके बाद छोड़ दे अगर करते सरकार को रहे करेंगे नहीं ना कहते कि वह जांच की वहीं मकान है करना जो गिरा नहीं मकान रहा है उत्तर ध्यान हटा रहे हैं आप करें फ्लाइट देखेंगे पलट पहले पलट दे दो

जो घर से बेघर हो रहा है पहले उस जगह दे दूंगा यह देने वाले ऊपर हम देंगे पहले वह जगह दे दो मुझे वहां जाए अपना सारा सामान शिफ्ट करो आराम से वहां जाकर बैठो फिर आपको आपको छोड़ना है तो बेशक तोड़ सकते हो हम लोग कुछ भी नहीं

बोलेंगे थोड़ी गांव के समर्थन में बीते दिनों हरियाणा भवन पर प्रदर्शन भी हुआ जिसमें दिल्ली के कई सारे संगठनों और सिविल सोसाइटी के लोगों ने इनके रिहैबिलिटेशन को लेकर सरकार को अपना ज्ञापन सौंपा और उनके फैसलों के खिलाफ विरोध भी दर्ज कराया नहीं चलेगा नहीं चलेगा नहीं चलेगा नहीं चलेगा नहीं चलेगा

नहीं चलेगा कि 200 ग्राम हिमांशु है और आज हम लोग हरियाणा भवन के सामने खोरी गांव में जो लगा था डिमोलिशन हो रहा है गरीबों के बस्तियों को उजाड़ा जा रहा है हरियाणा की सरकार द्वारा उसके खिलाफ विरोध दर्ज कराने और दूसरा इनको मेमोरेंडम देने कि इस तरीके

के डिमोलिशन इस तरीके के इलीगल डिमोलिशन को रोका जाए उनकी बस्तियों को न तोड़ा जाए जबकि हम यह देख पा रहे हैं इस पनडुब्बी में गरीबों के ऊपर कितना वैसे ही परेशानी नहीं झेलनी पड़ी ऊपर से इस तरीके का ऑर्बिट रिएक्शन बहुत ही गलत है तो इसके लिए हम मेमोरेंडम देने है

कि जिस तरह से अभी तक सरकार की जांच करवाई रही है सुप्रीम कोर्ट ने पुनर्वास को लेकर सीधे एकदम मना कर दिया कि आगे से कोई सुनवाई नहीं होगी अब कैसे देख रहे हैं आगे इस कुंजी मैं यह बात बिल्कुल आप जो आप अगर पिछले 12 सालों में देखेंगे तो पूरे को

मीट के टाइम पर पूरी दिल्ली में हर जगह स्लम डिमोलिशन हो रहा है सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले कीर्तिनगर और यह तमाम बस क्योंकि खिलाफ भी ऐसे ऑर्डर पास किए हैं मेरा यह मानना है कि ऐसे वक्त में जब सुप्रीम कोर्ट यह बात कह रही है सरकारों

की जिम्मेदारी है स्टेट गवर्नमेंट की यह जिम्मेदारी है कि उनके लिए जो लांच बने हुए हैं लॉक के साथ उनको रिहैबिलिटेट किया जाए उनके डिस्प्लेसमेंट से पहले उनके लिए घर और पुनर्वास की योजना सरकार ले करके आए और तब उनकी अस्थियों को थोड़ा जाए कि आप

कह सकते हैं यह भी सुप्रीम कोर्ट डिसीजन है कि आप किसी को नहीं सकते हैं और यह एकदम मतलब बहुत ही अलग है 13 मांग की सदन के स्वामी डेढ मांग है कि वहां पर जो हरियाणा पुलिस है और वहां पर जो है उसको तुरंत हटाया जाए दूसरी बात कि

यह जो सूजन है कि वहां पर उसको थोड़ा क्योंकि वह बगल में ही बहुत बड़ी बिल्डिंग घृत तो यह तोड़ने का जो उनका को वापस लिया जाए और अगर वहां से उनको हटाने की बात तो सबसे पहले उनके और उनके इंवेस्टमेंट की बात और इस पानी में के बीच में किसी को

हटाना मतलब हमें तो लगता है तो संघ के मानवाधिकार विशेषज्ञों की तरफ से बयान भी आए हैं जिसमें उन्होंने हरियाणा सरकार की जमकर आलोचना की और कहा है कि या तो को रेगुलर यूज किया जाए या फिर मानवाधिकार को ध्यान में रखते हुए कोई विकल्प देखे जाएं कोई भी को डिसीजन इस तरह

के फैसलों को सही नहीं ठहरा सकती है जो इन दिनों खोरी गांव में हो रहा है इसके बाद जिनेवा स्थित भारत के स्थाई मिशन ने इस पर प्रतिक्रिया भी दी और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दिए गए उनके बयान को आपत्तिजनक और अनुचित बताया स्थाई मिशन ने कहा कि यह

दुर्भाग्यपूर्ण है कि संयुक्त वक्तव्य भेजे जाने के केवल दो दिन बाद ही विशेष प्रतिवेदक ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करने का निर्णय लिया और प्रतिक्रिया दिए जाने तक का भी इंतजार नहीं किया अब सारी उम्मीदें सुप्रीम कोर्ट में 27 जुलाई को होने वाली सुनवाई पर है और यह देखना अहम

होगा कि को टिंकर यह एप्लीकेशन के लिए हरियाणा और दिल्ली सरकार को क्या निर्णय लेती है जिस तरह से देश भर में हुए दो और अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा भी आखिरी गांव के लिए आवाज़ उठाई जा रही है उससे सुप्रीम कोर्ट या सरकार अपने फैसले में कोई बदलाव

ज़िंदगी मौजूद स्टोरी के लिए ऋषिकेश की रिपोर्ट फरीदाबाद हरियाणा से व्यक्ति घोषित स्पाइस जेट फिक्स बेल आइकॉन सब्सक्राइब जरुर स्टोरेज स्पर्म इंडिपेंडेंस रूपा शो करें [संगीत] कर दो

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